कृत्रिम विकास से लुप्त हुए सहज ज्ञान को लौटा सकता है एआई !
इजराइल की तेल अवीव यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक अद्भुत खोज की है. उन्होंने दुनिया में पहली बार यह प्रमाणित किया है कि पौधों की आवाज को कीड़े सुन सकते हैं. पौधों से निकलने वाली ध्वनियों से उन्हें पता चलता है कि कौन से पौधे स्वस्थ हैं और कौन से बीमार, फिर उसी आधार पर अंडे देते हैं. अध्ययन के दौरान दो साल पहले जूलॉजी स्कूल के प्रोफेसर योसी योवेल और प्लांट साइंसेज एंड फूड सिक्योरिटी स्कूल की प्रोफेसर लीलाश हादानी ने पहली बार रिकॉर्ड किया कि स्वस्थ पौधे एक घंटे में एक बार पॉपकॉर्न जैसी ‘क्लिक’ ध्वनि निकालते हैं, जबकि तनावग्रस्त पौधे दर्जनों क्लिक निकालते हैं. धरती पर जैविक विकास क्रम में हम मनुष्य शायद सबसे पुराने जीव हैं क्योंकि हमारा दिमाग सबसे जटिल चीज है. यह जटिलता अरबों वर्षों के विकास क्रम का ही नतीजा हो सकती है और यदि कभी हम डिकोड करने की क्षमता हासिल कर सके तो शायद जीवन की शुरुआती अवस्था का पता भी लगाया जा सकता है. जाहिर है कि मनुष्य का रूप हमने कुछ लाख वर्ष पहले ही पाया है, उसके पहले न जाने कितने तरह के शारीरिक बदलावों से होकर गुजरे होंगे! अगर आज कीड...