दायरा
कोशिश तो करता रहा
तोड़ने की चक्र सदा
दायरे में बंधने से
बचता ही रहा, मगर
ऐसा क्यों लगता है
तोड़ना भी दायरे को
बन गया है दायरा!
मूर्तियों की पूजा का
करते विरोध जिंदगी भर जो
मरने के बाद जैसे
उनकी ही मूर्ति पूजी जाती है
राजतंत्र के खिलाफ
लाते जो लोकतंत्र
जनता के सेवक वही
राजा के जैसे ही
जैसे धीरे-धीरे बन जाते हैं
मुझको भी लगता है
दायरे में धीरे-धीरे
मैं भी बंधता जाता हूं
दायरे को तोड़ने का दायरा
बेहद कठिन लगता है तोड़ना।
रचनाकाल : 15 जून 2024
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