सभ्यता और बर्बरता
दीवाली में जब फोड़ा करते थे अनार या सुतली बम
हम बच्चों को आतिशबाजी में मजा बहुत ही आता था
तब नहीं जान पाये थे कभी भयावह सच
दुनिया में जानें लेने खातिर भी बम फोड़े जाते हैं!
टीवी पर जब देखा करते नायक को मारकाट करते
तब जोश भुजाओं में हम बच्चों के भी आ ही जाता था
सोचा ही था तब नहीं कि असली दुनिया में
जो खून बहाया जाता, इतना अधिक भयानक होता है!
होता था हमको गर्व बहुत, यह लगता था
हम मानव सबसे सभ्य, विश्व में होते हैं
पर देख भयानक युद्धों को, अब बच्चे पूछा करते हैं
क्या सभ्य लोग भी इतने बर्बर होते हैं!
रचनाकाल : 19 जून 2025
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