अच्छे दिनों का बीजारोपण
मैं अच्छे दिन के इंतजार में
पहले अक्सर खाली बैठा रहता था
अनुकूल समय में काम बहुत कर लेता था
प्रतिकूल समय में लेकिन सहमा रहता था।
पर जब से जाना यह रहस्य
पेड़ों पर फल ऋतु आने पर ही लगते हैं
पर उसकी खातिर पेड़ लगाने पड़ते हैं
तब से प्रतिकूल समय में भी
मैं नहीं बैठता हूं खाली
मन में रखता हूं यह अदम्य विश्वास
बुरे दिन भले तुरंत न कट पायें
पर आगे चल कर अच्छे दिन
इसके बल पर ही आयेंगे
जो आज बीज बोयेंगे हम
फल उसका ही कल पायेंगे।
रचनाकाल : 13 सितंबर 2025
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