अहं की लड़ाई

सच समझाने की जब मैं कोशिश करता था
कुछ लोग अकारण ही विरोध में हो जाते
हैरान हमेशा रह जाता, कुछ कारण समझ न आता था।
सहसा ही लेकिन एक तुच्छ सी घटना से
महसूस हुआ, कुछ लोगों को यह लगता है
सच कहना एक बहाना है, उसके जरिये
मैं रौब जमाने की कोशिश में रहता हूं!
तब से कुछ कहने से पहले
विश्वास जीतने की कोशिश मैं करता हूं
लोगों को अपनी बात लगे, मेरा न अहं आड़े आये
खुद को पीछे रख, बात इस तरह करता हूं
दरअसल लड़ाई दुनिया में लगभग सारी
कुछ ठोस कारणों की बजाय, बस अहंकार से होती है
लड़ने वाले दोनों पक्षों के लोगों के
हथियार एक जैसे ही अक्सर होते हैं।

रचनाकाल :  10 अप्रैल 2025

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