प्रार्थना की जरूरत

प्रार्थना की जरूरत
उस समय नहीं होती
जब आप करते रहें  सबकी भलाई
बदले में मिलती रहे सबकी तारीफ
और पाकर उससे प्रोत्साहन
बनाते रहें आप दुनिया को
निरंतर और भी बेहतर।
उस समय होती है
प्रार्थना की जरूरत
जब किसी बेहतरीन काम के बदले में
कर रहे हों आप भारी प्रशंसा की अपेक्षा
और बदले में सुननी पड़े
जबर्दस्त आलोचना
तब मांगनी पड़ती है
ईश्वर की सहायता
कि ऐसी प्रतिकूल परिस्थिति में भी
आने न पाये मन में कटुता।
उस समय नहीं होती
प्रार्थना की जरूरत
जब आप कर रहे हों किसी की मदद
लेकिन मदद पाने वाला ही जब
करने लगे आप पर प्रहार तो
मांगनी पड़ती है मदद ईश्वर की
कि ऐसे कठिन मौके पर भी
साथ छोड़ने न पाये न्याय-बुद्धि
अपने दुश्मनों के प्रति भी
होने न पाये अन्याय कोई
बेशक अंजाम इसका
कारुणिक भुगतना पड़ता आपको
कि होता बंटवारा जब तो
दुश्मन बन जाता छोटा भाई भी
ऐसे में जिद जब पकड़ते हैं आप यह
कि अपने दुश्मन भाई के साथ भी
होने न पाये अन्याय कोई
तो त्यागने पड़ते हैं प्राण आपको
स्वजनों के हाथों ही
कि स्वार्थी समाज में
जब भी हठ पकड़ता यह गांधी कोई
हिस्सा मिले हक का पाकिस्तान को
तो अपनों की गोली ही
जान उसकी लेती है हमेशा ।
रचनाकाल : 15 जुलाई 2021 

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