इच्छा-पूर्ति
मैं नहीं चाहता ईश्वर मेरी पूर्ण करे अभिलाषाएं
मैं ईश्वर की अभिलाषाओं को पूर्ण कर सकूं
बस इतनी ही इच्छा है
कई बार हुआ है ऐसा मेरी अभिलाषाएं अनुचित थीं
पूरी कर देता ईश्वर तो मेरा पतन सुनिश्चित था
अक्सर ही निष्पक्ष भाव से सोच नहीं पाता हूं अपना भला-बुरा
इसलिये प्रार्थना करता हूं ईश्वर से
द्रवित न हो वह मेरी इच्छाओं पर
करे वही जो मेरी खातिर उसको उचित लगे
हो सकता हूं मैं गलत मगर ईश्वर हो सकता नहीं
सदा कोशिश करता हूं इसीलिये जो अच्छा लगता ईश्वर को
बस काम हमेशा करूं वही, समझूं ईश्वर की इच्छा को।
अद्भुत है यह जितनी ही कोशिश करता हूं
ईश्वर की इच्छाओं को पूरा करने की
उतनी ज्यादा वह मेरी इच्छा पूरी करता जाता है
होता मुझको संकोच अनुग्रह देख-देख कर उसका
उसकी रची हुई दुनिया को ज्यादा से ज्यादा लौटाने की
मैं कोशिश करता जाता हूं।
रचनाकाल : 26 मार्च 2021
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