राजाओं का गणतंत्र
जब राजाओं का शासन था
उद्देश्य सामने तो था तब
संघर्षों के जरिये हमको ले आना है गणतंत्र
गणतंत्रों के भीतर ही पर
जब खाल ओढ़ कर राज करें
राजे-महराजे, जन सेवक का वेश बना
संघर्ष करूं किन लोगों से?
वायरस बदल कर रूप
बनाता स्ट्रेन नया ज्यों खतरनाक
राजाओं ने भी बदल लिया है चोला
बन कर जनसेवक
हो चुके आज वे पहले से भी
कई गुना ज्यादा घातक!
जनता का शासन लाने को
लड़नी है अभी लड़ाई बेहद कठिन
उठाना है नकाब उन चेहरों से
जो रूप बदल कर आये हैैं
जो नाम बदल कर राजतंत्र का
जारी रखे हुए हैैं शोषण
जनता का निर्द्वंद्व!
रचनाकाल : 26 जनवरी 2021
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