म्यूटेशन


सिर्फ वायरसों का ही नहीं होता म्यूटेशन
अच्छाइयां और बुराइयां भी होती हैैं परिष्कृत
करोड़ों वर्षों के परिष्कार के बाद ही
मिल सका है हमें आज का रूप
करते हुए सभ्यताओं को परिष्कृत
राम को माना था हमने
अच्छाई का शिखर बिंदु
और रावण को बुराई का
राम तो पर बन नहीं पाये हम
रावण के स्तर को भी गिरा दिया!
सिर्फ वायरस ही नहीं हो रहे अधिक क्रूर
हम मनुष्यों ने भी गिरा दिया है
दर्जा अपनी मनुष्यता का
महाभारत में टूटे थे सिर्फ युद्ध के नियम
हमने तो तहस-नहस कर डाला प्रकृति को!
और अब प्रकृति भी बदल रही है रूप
लेने को बदला अपने विध्वंस का
हमारे विनाशक अस्त्र-शस्त्र के जवाब में
प्रकृति ने भी कर लिया है विकसित
घातक हथियारों को
होता ही जाता है म्यूटेशन भयावह
प्रकृति और मानव का
भयभीत हूं कि कहां जाकर थमेगा
दौर यह क्रूरता का!
रचनाकाल : 24 दिसंबर 2020

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