निखरते निखारते शब्द


पहले मैं खेलता था शब्दों से
स्तब्ध रह गया लेकिन जान कर
कि मेरी लापरवाही से
बदलते ही जाते हैैं उनके अर्थ
इसीलिये बरतता अब सावधानी
बनाने को अर्थपूर्ण शब्दों को
करता हूं घोर मेहनत
व्यर्थ नहीं खर्च करता
एक भी अब शब्द को
जीता हूं लिखने से पहले उन्हें
दमकते ही जाते हैैं अर्थ मेरे
सुंदर अर्थवत्ता से
शब्दों को चमकाने की खातिर
खुद को तपाता हूं आग में
शब्द मुझे आगे बढ़ाते हैैं
मैं भी बढ़ाता हूं शब्दों को
चाहता हूं इसी तरह
करके परिमार्जित
कविता निखारती रहे मुझे
मैं भी निखारता रहूं कविता को
प्रेरित जो करे सबको
तप कर निखरने को

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