मृत्यु से संघर्ष


मौत के साथ संघर्ष में
अभी-अभी लौटा हूं
एक बड़ी विजय हासिल करके
गहरा था इस बार उसका झपट्टा
और नोंच ले गई है वह बहुत सारा मांस
करके मुझे लहूलुहान
घावों की पर मुझे चिंता नहीं
शीघ्र भर लूंगा इन्हें पूरी तरह से
और फिर-फिर जाऊंगा कगार तक
मौत को चुनौती देने
कि माननी ही होगी उसे हार
खत्म करना होगा अपने डर का साम्राज्य
कि जीवन का ही होगा
इस दुनिया में राज्य
पूरे जीवन को ग्रसने के बजाय
सीमित रहना होगा मृत्यु को
स्वाभाविक अंत की अपनी भूमिका तक
जिसकी कोख से फिर लेता है
जीवन एक नया जन्म

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