असफलता का वरदान
जब भी मिलती है सफलता
मन बेकाबू हो जाता है
इसीलिये माँगता हूँ ईश्वर से
वरदान असफलता का
जारी रहे ताकि कठिन साधना
इसके पहले कि राख हो जाय
काम पूरा ले सकूँ शरीर से
बाद में भी हो सकेगा
उपलब्धि का हिसाब
लेकिन ढल जाने पर
हो सकेगा काम नहीं
जर्जर शरीर से
चाहता हूँ इसीलिये
रहना निरंतर परिश्रमरत.
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