सदुपयोग


पंचतंत्र में मैंने पढ़ी कहानी थी
गीदड़ ने गढ़ कर झूठ 
गलतफहमी पैदा कर
बना दिया था दुश्मन
ऐसे सिंह-बैल को
जो थे कभी घनिष्ठ मित्र।

मैं भी गढ़ता हूं झूठ
दुश्मनों की करता हूं
एक-दूसरे के आगे तारीफ
बताता हूं सबको
उनका दुश्मन अपने आगे
उनकी सराहना करता है!

इस तरह खत्म करता हूं मैं दुश्मनी
गलतफहमी का करके
गीदड़ ने जो दुरुपयोग
दुश्मनी बढ़ाई दुनिया में
मैं करके उसका सदुपयोग
दोस्ती बढ़ाता चलता हूं।
रचनाकाल : 31 अक्तूबर 2023

Comments

Popular posts from this blog

गूंगे का गुड़

सम्मान

नये-पुराने का शाश्वत द्वंद्व और सच के रूप अनेक